Wednesday, January 4, 2017

शोक न्यूज़

मैं स्तुति करता हूँ उस परम पिता परमेश्वर की जिसने इस अद्वितीय विश्व की रचना की. इसमें पाषाण जीव को जन्म दिया जिसे केवल अस्तित्व दिया. उसके ऊपर उसने वनस्पति जीव की रचना की जिसे अस्तित्व भी प्रदान किया और बढ़ने की शक्ति भी दी. उसके ऊपर उसने प्राणी जीव को पैदा किया जिसे अस्तित्व भी दिया, बढ़ने की शक्ति भी दी और इसके अतिरिक्त हलचल करने की शक्ति भी दी. इन सारी रचनाओं के ऊपर उसने मनुष्य जीव की रचना की और और इन अन्य सभी जीवों को इसकी सेवा में निर्धारित कर दिया.
मनुष्य जीव को इन सारी विशेषताओं के अतिरिक्त उसने दो अप्रतिम वस्तुएं प्रदान की. एक बुद्धि और दूसरा बोलने की शक्ति. बुद्धि के द्वारा मनुष्य सत्य और असत्य को पहचान सकता है और बोलने की शक्ति के द्वारा अपनी बात दूसरों तक पहुंचा सकता है.
उस परमपिता परमेश्वर ने मानव की रचना की ताकि मनुष्य उसे पहचान सके. जिसने उसे पहचाना उसने उसकी उपासना की जिसने नहीं पहचाना वह उससे अपरिचित रह गया.
जिसने उसे पहचाना उसने उसे पाने का प्रयत्न किया जिसने नहीं पहचाना वह इस नश्वर संसार के पीछे पड़ गया.
आज हमारा एक साथी हमारे बीच से उठ गया. हम परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना करते हैं  की उसे शान्ति प्रदान करे.
‘भाई साहब ने कभी अपने मूल्यों से समझौता नहीं किया, वे सदैव दूसरों के हकों के लिए लड़ते रहे | वे एक पुण्य-आत्मा थे | परमपिता परमेश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और परिवार को इस दारुण दुःख को झेलने की शक्ति प्रदान करे |’
 छल-कपट से दूर दिलदार व्यक्तित्व थे ................
किन्तु कालचक्र के आगे किसी की नहीं चलती, धैर्य धारणा करना ही पड़ता है।

वे सबको प्रिय थे तथा वे मृदुभावीप्रसन्नचित स्वभाव के साथ-साथ सबके सुख दुख में परिवार की तरह शामिल होते थे। 

सामाजिक कार्यकर्ता वेद प्रकाश गुप्ता के असामायिक निधन पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।श्रद्धांजलि कार्यक्रम की अध्यक्षता........................ ने किया। वक्ताओं ने दिवंगत समाजसेवक के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुए सामाजिक  क्षेत्र में उनके योगदान को प्रेरणास्रोत व् पंचायत के सामाजिक कार्य के लिए चर्चित रहे हैं।  कार्यक्रम की शुरुआत उनके चित्र पर माल्यार्पण से की गई। मृत आत्मा की शाति हेतू दो मिनट का मौन रखा गया। मंच संचालन ................................. ने किया।  सभा में शामिल वक्ताओं ने कहा कि वे समाज के दुख दर्द में आगे बढ़कर मददगार रहें। वेद प्रकाश एक मिलनसार एवं मृदुभाषी इंसान थे। उनका न होना समाज को सदैव खलेगा। श्रद्धांजलि अíपत करने वालों में ................................................... आदि थे।
दिल्ली प्रांतीय रैगर पंचायत  के महामंत्री व् भाजपा नेता मानसिंह अकरनिया के  निधन पर शोकाभिव्यक्ति के लिये विष्णु मंदिर मादीपुर में सर्व समाज के लोग एकत्रित हुये। अनेक संस्थानों के पदाधिकारी व प्रतिनिधियों सहित समाज के विभिन्न वर्गों के लोग व गणमान्य जन सम्मिलित हुये। सभी वक्ताओं ने मानसिंह अकरनिया के निधन को समाज के लिये अपूरणीय क्षति बताया। उपस्थितजनों ने स्वर्गीय मानसिंह अकरनिया को पुष्पांजलि अर्पित की।
दूसरी ओर स्वर्गीय मानसिंह अकरनिया के निधन पर शोकाभिव्यक्ति के लिये आने वाले लोगों का तांता लगा रहा। शोक व्यक्त करने के लिये आने वालों में स्थानीय, जिलास्तरीय व राष्ट्रीय स्तरीय राजनेता, पूर्व व वर्तमान मंत्री, विधायक व सांसद, राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि,अधिकारीगण, संस्था प्रतिनिधि, व्यावसायी, सामाजिक कार्यकर्ता व गणमान्यजन शामिल है। 
इसके अलावा अकरनिया ने समाज बंधुओं के हर सुख दूध की घड़ी में उनके साथ रहते थे। उनके निधन को समाज के मौजिज लोग समाज के लिए अपूर्णीय क्षति मान रहे है।
-------- शोक पत्र ---------
हमसब उन सभी रास्ट्रवादी युवा की मृतशरीर की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रभू से प्रार्थना करते है भगवान् उन सभी की आत्मा को चिर शांति प्रदान करे और शोक संवेदना में डूबे परिवार को सांत्वना प्रदान करे इस अपार दुःख की घडी में परिवार जनों को हिम्मत दे.
रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया(संरक्षक रैगर लक्ष्य पंचायत) ने कहा कि मानसिंह अकरनिया जी समाज के संघर्षषील नेता थे। उन्होंने जीवन पर्यन्त समाज के विकास के लिए संघर्ष किया। उनके निधन से उनका परिवार ही नहीं अपितु रैगर समाज की राजनीति में रिक्तता आई है जिसकी भरपाई हो पाना असंभव है। परमपिता परमेष्वर उनके परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
रघुबीर सिंह गाड़ेगाँवलिया(संरक्षक रैगर लक्ष्य पंचायत) ने कहा कि श्री मानसिंह अकरनिया जी ने दिल्ली में रैगर समाज के विकास में नींव के पत्थर का काम किया है। मेरे उनसें पारिवारिक एवं राजनैतिक प्रगाढ़ संबंध थे। उनके निधन से उनके परिवार पर वज्रपात हुआ है। मैं परमपिता परमेष्वर से प्रार्थना करता हूँ कि उनको यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
संस्थाओं ने समाजसेवक रामसरूप कमल के देहावसान पर शोक संवेदना व्यक्त कीं
चंडीगढ़ ; 7 जून ;आरके विक्रांत शर्मा /करण शर्मा ;—– ट्राईसिटी चंडीगढ़ की समाजसेवी संस्थाओं ने मरहूम रामसरूप कमल की बीमारी के बाद देहावसान के बाद शोक संतृप्त परिजनों के साथ गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं ! ट्राईसिटी प्रेस क्लब के महासचिव राजा विक्रांत शर्मा और हिन्द संग्राम परिषद के संस्थापक व् धर्म प्रज्ञ पंडित आरके शर्मा सहित अदिति कलाकृति हब ऑफ़ हॉबीज के ऑनरेरी चेयरमेन अवतार सिंह कलेर इंडस हॉस्पिटल के चेयरमेन डाक्टर संत प्रकाश वधावन सहित कॉल मई इंडिया के डायरेक्टर अमित शर्मा और बिजनेस हेड कंचन वर्मा सहित काफिला फाउंडेशन इंडिया की संचालिका प्रिंसिपल विक्रमजीत कौर पंचकुला की थ्री स्टार वूमेन वेलफेयर संगठन की प्रधान मीना शर्मा आदि ने सांझे स्वर में रामसरूप कमल के देहावसान को अपूरणीय क्षति बताया और पीड़ित परिवार को हिम्मत से काम लेने की हिम्मत बंधाई ! रामसरूप के इकलौते बेटे जितेंद्र कमल के कंधे पर हाथ रखते हुए बुजुर्गों ने हिम्मत से काम लेने और पिता के ही नक्शे कदमों का अनुसरण करने की  आशीष दी ! इस मौके पर रामसरूप कमल द्वारा समाजसेवी कार्यों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की गई ! रामसरूप कमल इक स्पष्ट प्रवक्ता और अपनी बात सीधे सादे लहजे में कहने में माहिर थे और समाजसेवा के आगे कोई सीमा नहीं बांधते थे !
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*पत्रकार चन्द्र शेखर भट्ट का 15 अगस्त को निधन हो गया. वे  पिछले एक सप्ताह से बीमार चल रहे थे. ब्रेन स्ट्रोक के चलते उनकी मौत हुई. उनका इलाज पहले दून अस्पताल और फिर महंत इन्द्रेश हॉस्पिटल में चल रहा था. आखरी समय में चिकित्सकों ने उन्हें  घर ले जाने की सलाह दी. घर ले जाने के बाद कल सोमवार को दोपहर अपने आवास में उन्होंने अपने परिवार के सामने अंतिम सांस ली. 57 वर्षीय चन्द्र शेखर परिवार में पत्नी सहित तीन बेटियों और  एक बेटे को छोड़ गए.
        मूल रूप से पिथौरागढ़ निवासी  पत्रकार चन्द्र शेखर भट्ट ने कई दैनिक पत्र पत्रिकाओं में काम किया. इसके अलवा आज उत्तराखंड में जानी पहचानी  कई पत्रिकाओं की शुरूआत ही उनकी कलम से हुई. पूरी तरह से पत्रकारिता पर ही जीवन बसर करने वाले चंद्रशेखर ने कभी कलम की धार की आढ में रहकर कोई समझोता नहीं किया. शायद यही वजह है कि उनका परिवार और वे जीवन के इतने वर्षों तक अभावों के साथ ही कदम ताल कर चलते रहे. वर्तमान में वे एक समाचार पत्र, एक पत्रिका और एक न्यूज़ पोर्टल का संचालन कर रहे थे. सोमवार को हरिद्वार खडखडी घाट पर उनके पुत्र राजशेखर ने उन्हें मुखाग्नि दी. 
शोक-सभा आयोजित :  
            वरिष्ठ पत्रकार चन्द्र शेखर भट्ट के निधन पर शोक सभा आयोजित की गयी. जिसमे पत्रकारों, साहित्यकारों, और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भट्ट के निधन पर शोक जताया. हरिद्वार रोड स्थित प्रगति विहार में शोक सभा आयोजित की गई जिसमें वरिष्ठ पत्रकार शंकर सिंह भाटिया, विनोद खंडूरी, विपिन कण्डारी, भरत सिंह नेगी. रणजीत सिंह ज्याला, मनोज पटवाल, किशन सिंह मेहता, मनीष सिंह, परवीन रावत, अशोक चौधरी, सुनील पंवार, हर्ष मोहन डबराल, सुरेन्द्र नेगी, अनिल बिष्ट, दीपक ठाकुर, सुरेन्द्र तिवारी, आदि ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
सोशल मीडिया के माध्यम से दी श्रद्धांजलि: भट्ट के निधन की जानकारी न मिलने के कारण पत्रकारिता जगत और राजनीतिक जगत के लोगों ने चन्द्र शेखर भट्ट की असमय मौत पर सोशल मीडिया से जानकारी मिलने पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. साथ ही उनके निधन को पत्रकारिता जगत के लिए बड़ी क्षति बताया. जिसमे वरिष्ट पत्रकार मीरा रावत, गणेश नेगी, महिपाल पटवाल, जसपाल सिंह नेगी, विनोद पोखरियाल, वी.पी सिंह बिष्ट. अनिल नेगी. गुरविंदर नेगी, योगेश बिष्ट, चन्दन सिंह नेगी. राजीव चौहान, सुभाष रमोला, धनेन्द्र नेगी, दिनेश कंडारी,पंकज रावत, हरीश जोशी आदि लोगों ने चन्द्र शेखर भट्ट के निधन पर शोक जताया. उत्तराखंड मीडिया डॉट कॉम परिवार व पाठकों और दर्शकों की ओर से पत्रकार चन्द्र शेखर को हार्दिक श्रद्धांजलि. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य और साहस प्रदान करे.  ****************************************************************

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