Friday, October 14, 2016

स्वागत कविता

स्वागतम आपका कर रहा हर सुमन।
आप आये यहाँ आपको शत नमन।।
भक्त को मिल गये देव बिन जाप से,
धन्य शिक्षा-सदन हो गया आपसे,
आपके साथ आया सुगन्धित पवन।
आप आये यहाँ आपको शत नमन।।
हमको सुर, तान, लय का नही ज्ञान है,
गल्तियाँ हों क्षमा हम तो अज्ञान हैं,
आपका आगमन, धन्य शुभ आगमन।
आप आये यहाँ आपको शत नमन।।
अपने आशीश से धन्य कर दो हमें,
देश को दें दिशा ऐसा वर दो हमें,
अपने कृत्यों से लायें, वतन में अमन।
आप आये यहाँ आपको शत नमन।।
दिल के तारों से गूँथे सुमन हार कुछ,
मंजु-माला नही तुच्छ उपहार कुछ,
आपको हैं समर्पित हमारे सुमन।
आप आये यहाँ आपको शत नमन।।
स्वागतम आपका कर रहा हर सुमन।
आप आये यहाँ आपको शत नमन।।

स्वागतम-स्वागतम, स्वागतम-स्वागतम!!

आप आये यहाँ पर शत शत नमन
खिल उठा आज जैसे बसंती चमन
हाथ पुष्पों की माला लिये हम खड़े
कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम,
आप आये यहाँ पर शत शत नमन
कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम,
आज धरती खुशी से हरी हो गई
रंग वाली तितलियाँ परी हो गई
पादपो की झुकी डालियों पे विहंग
बैठकर गा उठी स्वागतम स्वागतम
आप आये यहाँ पर शत -शत नमन
कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम,
नीले आकाश से फूल झरने लगे
चाँद तारे गगन में विचरने लगे
बज उठी आज आनन्द की बासुरी
स्वर निकलने लगे स्वागतम स्वागतम,
आप आये यहाँ पर शत शत नमन
कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम,
आपके आने से खुश है दोनों जहाँ
आज पुलकित हुआ है जन-जन यहाँ
सबके मन में हिलोर सी उठने लगी.
"धीर"भी गा उठा स्वागतम स्वागतम,,
आप आये यहाँ पर शत -शत नमन
कर रहे आपका स्वागतम स्वागतम,

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